Tuesday 14 November 2017

नेनो टेक्नोलॉजी महत्व और लाभ

नैनो टेनोलॉजी: महतत्व व और इसके लाभ
आजकल की िबजी लाईफ में नैनों टेक्‍नोलॉजी हर जगह पाई जाती हैा और यह लाईफ का एक महत्‍वपूर्ण िहस्‍सा बन र्ई हैादेखा जाए जो यह तकनीक पहले भी हमारे बीच ही थी परन्‍तु इस पर ज्‍यादा शोध नहीं हुआ था और उतने साधान भी नहीं थे जो आज के समय में मौजुद हैा आज के समय में िवज्ञान बहुत उन्‍नत हुआ हैा तथा नए प्रकार के शोध हो रहे हैा अौर इस तकनीक यानी नैनो टेक्‍नोलॉजी को एक नई िदशा िमली है ऐ सा कहा जा रहा हैा कि भविष्‍य में हर तकनीक का आधार नैनो होगाा वर्तमान में भी हमारी रोजमर्रा की जरूरत की चीजों से लेकर चिकित्‍सा और बड़ी-बड़ी मशीनरी में नैनो टेक्‍नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा हैा आइये इस लेख के माध्‍यम से नैनो टेक्‍नोलॉजी के बारे में अध्‍ययन करते हैा
नैनो टेक्‍नोलॉजी क्‍या हैा
नैनो एक ग्रीक शब्‍द हैा जिसका शाब्‍िदक अर्थ है सूक्ष्‍म छोटा या बौना और नैनों पदार्थ ऐसे होते है जो अति सुक्ष्‍म आकार वाले तत्‍वों से बने होते हैा अर्थात यह टेक्‍नोलॉजी की अप्‍लाइड सांइस हैा जिसमें 100 नैनोमीटर से छोटे पार्टिकल्‍स पर भी काम किया जाता हैा नैनो टेक्‍नोलॉजी अणुओं व परमाणुओं की इजींनियरिगं है जो भौतिकी, रसायन, बायो इन्‍फॉर्मेटिक्‍स व बायो टेक्‍नॉलाजी और भी तकनिकी विषयों को आपस में जोड़ती हैा
इस तकनीकी की मदद से बायो साइंस, मेडिकल साइंसए इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स आदि में क्रांतिकारी बदलाव लाया जा सकता हैा क्‍योंकि इससे किसी भी वस्‍तु को हल्‍का, मजबूत और भरोसेमंद बनाया जा सकता हैा यही कारण है की यह तकनीकि तेजी से आगे बढ रही है इंजन में इस टेक्‍नोलॉजी  मदद से घर्षण होता है जिसकी वजह से मशीनों की लाइफ बढ़ जाती है और ईंधन की खपत कम होती हैा
ऐसा कहना गलत नहीं होगा की नैनो टेक्‍नोलॉजी साइंस का वाे रूप है जिसके कारण मोबाइल नाखून जितना छोटा या ऐसी मशीने जो शरीर के अंदर छोटे छोटे कणों में जाकर ऑपरेशन कर सके ये सब सम्‍भव इसी कारण सम्‍भव हो सकेगा
नैनो टेक्‍नोलॉजी की शुरूआत कैसे हुई थी
नैनो साईस और नैनोटेक्‍नोंलॉजी के पीछे विचार और अवधारणाएं 29 दिसंबर 1959 को कैलिफॉर्निया इंस्‍टीटयूट ऑफ टेक्‍नोलॉजी में एक अमरिकी भौतिक सोसाइटी की बैठक में भौतिकशास्‍त्री रिचर्ड फेनमैन ने अपने एक व्‍याख्‍यान में कहा था THERE'S PLENTY OF ROOM AT THE BOTTOM और यही वाक्‍य
आगे चल कर नैनोटेक्‍नोलॉजी का आधारस्‍तम्‍भ बना, अपने भाषण में फेनमैन ने एक प्रक्रिया का वर्णन भी किया जिसमें वैज्ञानिक अलग-अलग परमाणुओं और अणुओं को हेरफेर करने और नियत्रित करने में सक्षम होगे रिचर्ड ने अपनी कल्‍पनाओं में  आने वाले कल का सपना देखा तब उनके पास न तो इतने आधुनिक उपकरण थे ना ही इतनी सुविधाए। लेकिन अणुओ और परमाणुओं से खेलना इतना आसान नहीं थाा जितना आज के समय में है एक दशक बाद अत्‍याधुनिक मशीनरी के अपने अन्‍वेश्षण में प्रोफेसर  नोरियो तनिगुची ने नैनो टेक्‍नोलॉजी शब्‍द का प्रयोग किया थाा
नैनो साईसं और नेनो टेक्‍नोलॉजी के मौलिक सिद्धांत
यह एक कल्‍पना करना भी कठिन है कि कितनी छोटी नैनो टेक्‍नोलॉजी होती है एक नैनोमीटर एक बिलियन मीटर होता हैा या 1 नैनो मीटर - 10-9 मीटर उदाहरण हैा
एक इंज में 25400000 नैनोमीटर होते हैा
अखबार की एक शीट लगभग 100000 नैनोमीटर मोटी होती हैा
एक तुलनात्‍मक पैमाने पर यदि एक संगमरमर एक नैनोमीटर का है तो एक मीटर पृथ्‍वी का आकार होगा. सोचो
नैनोसाइंस और नैनोटेक्‍नोलॉजी में परमाणुओं और अणुओं को देखने और नियत्रित करने की क्षमता होती है पृथ्‍वी पर सब कुछ परमाणुओं से ही तो बना होता हैा चाहे वा खाने हो जो हम खाते है जो कपड़े पहनते है इमारतें और घर हमारा शरीर आदि लेकिन आंखों की मदद से परमाणु को देखना असंभव है यहां तक की माईक्रोस्‍कोप से भी नहीं देखा जा सकता हैा नैनोस्‍केल में चीजों को देखने के लिए आवश्‍यक सूक्ष्‍मदर्शी माइक्रोस्‍कोप का लगभग 30 साल पहले ही अविष्‍कार हुआ था स्‍कैनिंग टनलिंग माइक्रोस्‍कोप और परमाणु बल माइक्रोस्‍कोप के साथ ही नेनौ टेक्‍नोलॉजी का भी जन्‍म हुआ था।
नैनो टेक्‍नोलॉजी के लाभ
नैनो टेक्‍नोलॉजी की मदद से नैनो आकार में पदार्थ की नियत्रित करके कई ऐसे अनुप्रयोग किये जा सकते है जो सामान्‍य दशा में संभव नहीं होते है नैनोटेक्‍नोलॉजी में काम आने वाले पदार्थों को नैनोमटैरियल्‍स कहा जाता हैा
इस टेक्‍नोलॉजी के कुछ उपयोग इस प्रकार हैा
नैनो टेक्‍नोलॉजी से खाद बनाई जाती है जिसके फलस्‍वरूप फसल के उत्‍पादन को बढाया जा सकता हैा
नैनो तकनीक का उपयोग हमारे कम्‍प्‍यूटर और इलेक्‍ट्रानिंक डिवाइस में बहुत पहले से ही हो रहा है उदाहरण के लिए कंम्‍यूटर के सर्किट और प्रोसेसर को बनाने के लिए सिलिकॉन का इस्‍तेमाल किया जाता है जो कि एक अर्धचालक हैा
आने वाले समय में इस टेक्‍नोलॉजी का इस्‍तेमाल बल्‍ब में भी होगा जिसके कारण बिजली की खपत भी कम होगी और रोशनी भी अधिक होगी
इससे ऐसी सुक्ष्‍म दवा बनाई जा सकेगी जो कैसर की करोडो कोशिकाओं में से किसी एक की पहचान कर उसका अलग से अध्‍ययन और इलाज हो सकेगाा
नैनो तकनीकि में किसी भी पदार्थ की मॉलीक्‍यूलर असेंबलिंग को समझ कर उसके आकार को आपके बाल के आकार जितना छोटा बनाया जा सकता हैा इसकी प्रोसेगिंग क्षमता भी आज की तुलना में कई गुना बेहतर होगी
भविष्‍य में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं होगा जो नैनो टेक्‍नोलॉजी का इस्‍तेमाल नहीं करेगा और आ्गे चलकर इसी की जमाना होगा। और हर क्षेत्र में इसका उपयोग होगाा

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